Wednesday, March 23, 2022

Story of cruelty: 12 साल के बच्चे से दिन भर काम लेते दम्पत्ति, रात में कुकर्म करते, भागे नहीं इसलिए पैर काट दिए, रेंगता हुआ सड़क पर आया बच्चा।




             जयपुर । उसकी उम्र ग्यारह साल कुछ महीने थी जब वह बिहार से जयपुर लाया गया था। बिहार से जयपुर लाए गए बच्चे को चूड़ी बनाने का काम सिखाने के बहाने एक घर में बेच दिया गया और जिसने उसे खरीदा उसने हैवानियत की ऐसी हदें पार कर दीं कि शैतान भी शर्मा जाए। मामला जब खुला तो पुलिस और चाइल्ड हैल्प लाइन के साथ ही आस पड़ोस में रहने वाले लोग भी हैरान रह गए। हैवानियत करने वाले दम्पत्ति में से महिला को पुलिस ने पकड लिया है, उसका पति फरार है। बच्चे की देखभाल चाइल्ड हैल्पलाइन टीम कर रही है और केस की जांच शास्त्री नगर थाना पुलिस कर रही है।.       सवेरे पांच बजे पड़ोसी की छत पर रेंगता हुआ नीचे उतरा तो दहल गए लोग चाइल्ड हैल्प लाइन की टीम ने बताया कि शास्त्री नगर में एक बच्चे के बारे में सूचना मिली थी कि उसे पर अमानवीय अत्याचार हुए हैं। बच्चे से जब मिले तो कलेजा मुंह को आ गया उसकी हालत देखकर। बाद में पुलिस के साथ उस घर में रेड की जहां पर बच्चा बंद था। वहां से मकान मालकिन को पकडा गया। टीम के सदस्यों ने बताया कि बच्चे गले, पेट, पीट, जांघ, घुटने और हिप्स पर चोट के निशान थे। पैरों के तलवों पर चाकू से काटा गया था ताकि वह भाग नहीं जाए। रेंगकर वह घर का काम करता था। फिर चाहे झाडू लगाना हो या पौंछा लगाना। हर दूसरे दिन उससे मारपीट की जाती थी और उसके रोने की आवाज को बाहर तक नहीं जाने देने के लिए तेज आवाज में गाने बजाए जाते थे। जब बच्चे ने बताया कि उसने सात महीने के बाद धूप देखी है तो एक बार तो पुलिस वाले भी परेशान हो गए। टीम ने बताया कि दो दिन पहले मकान मालकिन ने उसे कहा था कि वह छत पर सवेरे पांच बजे झाडू लगाएगा। वह पहली बार ही छत पर गया और उसके बार रेंगता हुआ पडोसी की छत से नीचे उतर आया। पडोसियों ने अन्य लोगों और पुलिस एवं चाइल्ड हैल्पलाइन वालों को सूचित किया तब जाकर पूरा मामला खुलकर सामने आया ।.   मैं रोता रहता... साहब मेरे साथ गंदा काम करते रहते..... बच्चे ने पुलिस को बताया कि गांव के ही किसी व्यक्ति के साथ जयपुर आया था और उसके बाद यहां आ गया। यहां उसे एक दम्पत्ति को को बेच दिया गया। सात महीने तक उससे जानवरों की तरह सवेरे सात बजे से रात बारह बजे तक घर का काम कराया गया। उसके बाद उसे खाने के लिए पानी और बिस्कीट दिए जाते थे। बच्चे ने पुलिस को बताया कि मालकीन दिनभर काम कराती और रात को जब सोने जाता तो मालिक आकर मुंह दबाकर गंदा काम करते। बहुत दर्द होता था लेकिन वह किसी को बोल भी नहीं सकता था। बच्चे ने पुलिस को बताया कि सात महीने में एक बार भी माता पिता से बात नहीं कराई गई। पुलिस ने पत्नी को अरेस्ट कर लिया है। पति फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।.

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